राजनीतिक संवाददाता द्वारा
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती दिख रही हैं। सीएम को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन भेजा है। ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कल यानी 3 नवंबर को साढ़े 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया है। बता दें कि ईडी लंबे से मनी लॉड्रिंग मामले की जांच कर रही है। मुख्यमंत्री को समन भेजने के साथ ही ईडी ने झारखंड पुलिस महानिदेशक को इस सिलसिले में एक पत्र लिखा है। इसमें तीन नवंबर को ईडी कार्यालय में सुरक्षा का विशेष प्रबंध करने का अनुरोध किया गया है।
पूछताछ के लिए समन जारी करने का मुख्य कारण उनके विशेष प्रतिनिधि पंकज मिश्रा द्वारा अवैध खनन में शामिल होने और 42 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित करने के अलावा अन्य कई मामले हैं. इसमें मनी लाउंड्रिंग के आरोप में फंसी आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल को खान विभाग में पदस्थापित करने के कारणों के अलावा प्रेम प्रकाश के घर से मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा के लिए तैनात जवानों के नाम आवंटित दो एके-47 और 60 गोलियों का मिलना शामिल है.
इसकी तस्वीरें सामने आई हैं। रांची के अरगोड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार का दावा है कि दोनों AK-47 और कारतूस जिला पुलिस के जवानों के हैं। देर शाम दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था
बताया जाता है कि पंकज मिश्रा कई वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में था। जांच में ईडी को इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री का नाम लेकर अधिकारियों को मदद के लिए धमकाता था। अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में 19 जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया था।
ईडी ने पंकज मिश्रा के रिम्स में भर्ती रहने के दौरान फोन पर अधिकारियों से बात करने और मुख्यमंत्री के नाम पर उन्हें डराने का मामला भी पकड़ा था. इस मामले में फोन से बात कराने के आरोप में ईडी ने पंकज मिश्रा के चालक व उसके एक करीबी को पकड़ा था. ईडी ने साहिबगंज में अवैध खनन की जांच के दौरान इस बात के भी सबूत जुटाये हैं कि पंकज मिश्रा व उसके सहयोगी अवैध खनन के मामले में जिले के अधिकारियों को मुख्यमंत्री का नाम लेकर ही डराते थे.साथ ही मुख्यमंत्री के राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करते हुए अधिकारियों को कार्रवाई करने से रोका जाता था. साहिबगंज में छापेमारी के दौरान ईडी को पंकज मिश्रा के घर से एक लिफाफा मिला था. इसमें मुख्यमंत्री के बैंक खाते से जुड़ा चेकबुक था. इसमें से दो चेकबुक हस्ताक्षरित थे. हालांकि, इसमें राशि का उल्लेख नहीं किया गया था. अवैध खनन के मामले में गिरफ्तार प्रेम प्रकाश ने पूछताछ के दौरान अपने राजनीतिक संबंधों का भी उल्लेख किया था.
मालूम हो कि अवैध माइनिंग मामले में गिरफ्तार पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार ने भी पूछताछ के दौरान बरामद 17.49 करोड़ नकद में से अधिकांश राशि पूजा सिंघल के माध्यम से मिलने के बात स्वीकार की थी. ईडी को जांच के दौरान इस बात की जानकारी मिली थी कि इसमें अवैध खनन से मिली राशि भी शामिल है. पूछताछ के दौरान मुख्यमंत्री से इन सभी मुद्दों से जुड़े सवाल पूछे जा सकते हैं. ईडी कुछ बड़े अफसरों को भी नोटिस भेज कर पूछताछ के लिए बुला सकता है. पिछले दिनों गिरफ्तार हुए आरोपियों से पूछताछ के दौरान इन अफसरों के नाम सामने आये थे.
मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध खनन मामले में अब तक झारखंड में कई लोगों की गिरफ्तारी हुई जिसमें व्यापारी और बड़े सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। सूत्रों की मानें तो अब भी कई लोग इस जांच के दायरे में हैं। 6 मई 2022 को ईडी ने खान एवं उद्योग सचिव पूजा सिंघल सहित अन्य के कम से कम 25 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी से कई तार जुड़े जिसमें कई आईएएस अधिकारी भी शामिल हैं।
8 जुलाई को ईडी ने मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित अन्य के साहिबगंज, मिर्चाचौकी, उधवा, बरहड़वा, बरहेट और राजमहल के 11 ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी में 5 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद हुई।